अरे ! माई बाप ! प्रचंडा साब हम भी आप के फेन है । मै राजनैतिक हेसाब से आप जिस पार्टी से खिलाफ है मै उनका शिधांत पे बिश्वास करता हु मगर माओ से तुंग का प्रिंसिपल मानता हु,आप का पार्टी जो नेपाल में कर रहा है उसमे नेपाली जनता आप का समर्थान नहीं कररहे है फिर भी मै आप का बोली और समय मुताबिक बोलनेका शैली ओर आप का पर्सनालिटी का हम जबर्जुस्त फेन है । दिल से बोलते है साब ! जन आन्दोलन के टाइम में जो तुम ने नेपाल में करवाया वो तुमारी सौगन वो गलत था , मगर जब तुम आन्दोलन से बाहर आये और समय सापेछ नेपाल कि उन्नति के लिए बोलने लगे सायद यो राजनैतिक दौपेच के तौर से सही होगा मगर मै और नेपाली जनता आप से बहुत कुछ चीजो का आस लगाये बैठे है । आपका ये बीरगंज वाला भाषण देखके आपको और भी चौतार्फी मुर्ख लगा क्यों कि जो भारत को आप गाली दे रहे है आप उनका है भाषा प्रयोग कर रहे है । अगर आप नेपाल के साम्प्रदायिकता
पर बिदेशी का हस्तछेप का आरोप लगानेका वात करते है उनमे आप भारत का पधादिकारी के साथ को वातालाप किये है उनका क्या? जो भी हो आप मा मै जवार्जस्त फ्यान हु। आप कि ध्यान मै एक वर एस लैटर में केन्द्रित करना चाहता हु । ये खबर देख KE मै भी हैरान हु भाइ देखो>
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